लोकतंत्र और विविधता: (JAC Class 10 Civics Notes): इस अध्याय में हम लोकतंत्र और सामाजिक विविधता के बीच संबंध को समझेंगे। यह अध्ययन मुख्य रूप से अमेरिका में नागरिक अधिकार आंदोलन, अश्वेत शक्ति आंदोलन, सामाजिक भेदभाव, और विभिन्न सामाजिक विभाजनों पर केंद्रित है। यह अध्याय यह स्पष्ट करता है कि विविधता न केवल समाज की विशेषता है, बल्कि यह लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव डालती है।
Textbook | NCERT |
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Class | Class 10 Notes |
Subject | Civics |
Chapter | Chapter 3 |
Chapter Name | लोकतंत्र और विविधता |
Category | कक्षा 10 Civics नोट्स |
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Website | Jharkhand Exam Prep |
अमरीका में नागरिक अधिकार आंदोलन (1954 – 1968)
उद्देश्य
अमेरिका में नागरिक अधिकार आंदोलन का मुख्य उद्देश्य एफ्रो अमरीकी लोगों के खिलाफ हो रहे नस्लीय भेदभाव को समाप्त करना था। यह आंदोलन उन भेदभावपूर्ण कानूनों और व्यवहारों के खिलाफ था जो अश्वेत लोगों को समानता के अधिकार से वंचित कर रहे थे।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद अमेरिका में नस्लीय भेदभाव ने एक नया रूप ले लिया। अश्वेत समुदाय को विभिन्न सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक अधिकारों से वंचित रखा गया। उदाहरण के लिए, 1980 के दशक में अमेरिका में लगभग 33 प्रतिशत काले लोग, 20 प्रतिशत हिस्पानी, और 12 प्रतिशत श्वेत गरीब और बेघर थे। यह भेदभाव केवल आर्थिक स्तर पर नहीं, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर भी मौजूद था।
प्रमुख घटनाएँ
- 1954 का सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय: इस वर्ष, अमेरिकी सर्वोच्च न्यायालय ने ‘अलग परंतु समान’ के सिद्धांत को अस्वीकार कर दिया। यह निर्णय नस्लीय भेदभाव के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम था और इसे सभी अश्वेत नागरिकों के लिए एक नई उम्मीद के रूप में देखा गया।
- मार्टिन लूथर किंग जूनियर का नेतृत्व: मार्टिन लूथर किंग जूनियर ने अहिंसक आंदोलन का नेतृत्व किया, जिसने अश्वेत समुदाय को एकजुट किया। उनके द्वारा किए गए भाषण और प्रदर्शनों ने लाखों लोगों को प्रेरित किया।
- 1960 के दशक में कानून बनाना: इस दशक में कई कानून पारित किए गए, जो नस्लीय भेदभाव को समाप्त करने के उद्देश्य से बनाए गए थे। इन कानूनों ने न केवल शिक्षा और रोजगार में समानता सुनिश्चित की, बल्कि मतदान के अधिकार को भी सुरक्षित किया।
टॉमी स्मिथ और जॉन कार्लोस का योगदान
1968 के मैक्सिको ओलंपिक खेलों में टॉमी स्मिथ और जॉन कार्लोस ने एक ऐसा कृत्य किया जिसने दुनिया का ध्यान अश्वेतों के अधिकारों की ओर आकर्षित किया।
उनके कार्य
- सफेद मोजे और बिना जूते: उन्होंने बिना जूतों के, केवल मोजे पहनकर अपनी गरीबी को प्रदर्शित किया।
- काला मफलर और काले मनके: स्मिथ ने अश्वेतों के आत्मगौरव के प्रतीक के रूप में काला मफलर पहना, जबकि कार्लोस ने मारे गए अश्वेतों की याद में काले मनकों की माला पहन रखी थी।
- काले दस्ताने: दोनों ने अपने हाथों में काले दस्ताने पहनकर अश्वेत शक्ति का प्रतीक प्रस्तुत किया।
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इस प्रदर्शन ने न केवल अमेरिका में बल्कि विश्वभर में नस्लीय भेदभाव के मुद्दे को उजागर किया। इसने नागरिक अधिकार आंदोलन को एक नई दिशा दी और यह दर्शाया कि खेल भी सामाजिक न्याय के लिए एक मंच बन सकता है।
अश्वेत शक्ति आंदोलन
प्रारंभिक स्थिति
1966 में उभरा यह आंदोलन अश्वेत समुदाय की अधिक सक्रिय भागीदारी और अधिकारों के प्रति जागरूकता का प्रतीक था। इस आंदोलन ने यह स्पष्ट किया कि अमरीका में नस्लवाद को समाप्त करने के लिए कुछ और कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है।
प्रमुख विचारधाराएँ
- उग्रता का विकास: यह आंदोलन अधिक उग्र था और इसका मानना था कि नस्लवाद के खिलाफ लड़ने के लिए किसी भी तरीके का सहारा लेना चाहिए।
- संस्कृति और पहचान: यह आंदोलन न केवल राजनीतिक अधिकारों की मांग करता था, बल्कि सांस्कृतिक पहचान और गर्व को भी बढ़ावा देता था।
प्रभाव
अश्वेत शक्ति आंदोलन ने युवा अश्वेतों को प्रेरित किया और उन्हें अपने अधिकारों के लिए लड़ने की प्रेरणा दी। इसके प्रभाव ने कई अन्य आंदोलनों को भी जन्म दिया, जो समानता और न्याय की मांग कर रहे थे।
नस्लभेद और रंगभेद
नस्लभेद
- परिभाषा: किसी देश या समाज में नस्ल के आधार पर कुछ लोगों को नीच या हीन समझना।
- उदाहरण: अमेरिका में श्वेत और अश्वेत के बीच के भेदभावपूर्ण व्यवहार इसे स्पष्ट करता है।
रंगभेद
- परिभाषा: रंग के आधार पर भेदभाव करना।
- उदाहरण: दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद की नीति ने कई दशकों तक अश्वेत समुदाय को दंडित किया।
सामाजिक विविधता
विविधता की परिभाषा
किसी भी समाज में विविधता तब उत्पन्न होती है जब विभिन्न आर्थिक, धार्मिक, भाषाई, और सांस्कृतिक समूह एक साथ रहते हैं। यह विविधता समाज को समृद्ध करती है और विभिन्न विचारों को जन्म देती है।
भारत का उदाहरण
भारत विभिन्नताओं का एक अद्भुत उदाहरण है। यहाँ पर विभिन्न धर्मों के अनुयायी, भाषाएँ, खान-पान, पोशाकें और सांस्कृतिक प्रथाएँ मौजूद हैं। यह विविधता भारतीय समाज को एक समृद्ध पहचान देती है।
सामाजिक भेदभाव की उत्पत्ति
सामाजिक भेदभाव की उत्पत्ति के प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:
- जन्म पर आधारित: जन्म के समय निर्धारित समुदाय का हिस्सा बनना।
- पसंद या चुनाव पर आधारित: जैसे धर्म, व्यवसाय, खेल आदि का चुनाव।
- सोचने के विभिन्न तरीके: भिन्न विचारधाराएँ और दृष्टिकोण।
सामाजिक विभाजन
परिभाषा
सामाजिक विभाजन वह प्रक्रिया है जिसमें क्षेत्र, जाति, रंग, नस्ल, और लिंग के आधार पर विभाजन किया जाता है।
विभाजन के कारक
- जाति: भारत में जाति आधारित विभाजन ने समाज को कई स्तरों पर प्रभावित किया है।
- रंग: रंग के आधार पर भेदभाव, जैसे कि अमेरिका में श्वेत और अश्वेत के बीच का अंतर।
सामाजिक अंतर और विभाजन
सामाजिक अंतर
सामाजिक अंतर तब महत्वपूर्ण बन जाता है जब यह अन्य विविधताओं से ऊपर उठकर प्रमुखता प्राप्त करता है। उदाहरण के लिए, अमेरिका में श्वेत और अश्वेत के बीच का भारी अंतर समाज में विभाजन का मुख्य कारण बन गया।
सामाजिक विभाजन की प्रक्रिया
जब एक तरह का सामाजिक अंतर अन्य अंतरों से ज्यादा महत्वपूर्ण बन जाता है, तो यह विभाजन का कारण बनता है।
सामंजस्य और टकराव
सामंजस्य
सामंजस्य का अर्थ है विभिन्नताओं में एकता। जब लोग विभिन्न समुदायों से संबंध महसूस करते हैं, तो सामाजिक विभाजन की संभावना घट जाती है।
टकराव
टकराव तब होता है जब सामाजिक विभिन्नताओं से मतभेद उत्पन्न होते हैं। जैसे नीदरलैंड में वर्ग और धर्म के बीच का टकराव, जो सामाजिक विभाजन को बढ़ावा देता है।
प्रवासी
परिभाषा
प्रवासी वे लोग हैं जो अस्थाई तौर पर आर्थिक अवसरों के लिए दूसरे देशों या नगरों में जाकर बसते हैं। यह प्रवासन सामाजिक और आर्थिक बदलाव का प्रतीक है।
प्रवासन के प्रभाव
प्रवासी समाज में नई संस्कृतियों का संचार करते हैं और विविधता को बढ़ावा देते हैं। लेकिन यह स्थानीय समुदायों में तनाव और टकराव भी पैदा कर सकता है।
समरूप समाज
परिभाषा
एक समरूप समाज वह होता है जहाँ सामुदायिक, सांस्कृतिक, या जातीय विभिन्नताएँ अधिक गहरी नहीं होतीं। ऐसे समाज में लोग समान सोच और जीवनशैली को साझा करते हैं।
प्रभाव
समरूप समाज में सामंजस्य अधिक होता है, लेकिन यह विविधता को सीमित कर सकता है।
सामाजिक विभाजनों की राजनीति
राजनीति का प्रभाव
लोकतंत्र में विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच प्रतिद्वंदिता होती है, जो समाज को विभाजित करती है। यह विभाजित समाज राजनीतिक विभाजनों में बदल जाता है, जो संघर्ष और हिंसा की ओर ले जा सकता है।
परिणाम
सामाजिक विभाजनों की राजनीति के परिणाम कई प्रकार के हो सकते हैं:
- संघर्ष: जब राजनीतिक दल अपने-अपने हितों की रक्षा करते हैं।
- हिंसा: विभाजित समाज में हिंसा की संभावना बढ़ जाती है।
लोकतंत्र
परिभाषा
लोकतंत्र शासन की एक ऐसी पद्धति है, जिसमें जनता अपने चुने हुए प्रतिनिधियों के द्वारा शासन करती है। यह प्रणाली नागरिकों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों का एहसास कराती है।
लोकतंत्र के प्रकार
- प्रत्यक्ष लोकतंत्र: जनता स्वयं शासन में भागीदार होती है, जैसे कि स्विट्जरलैंड के कुछ कैन्ट
न।
- अप्रत्यक्ष लोकतंत्र: जनता अपने चुने हुए प्रतिनिधियों के द्वारा शासन चलाती है, जैसे भारत।
लोकतंत्र के पहलू
- राजनीतिक पहलू: लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सहमति और राजनीतिक समानता आवश्यक होती है।
- सामाजिक पहलू: सामाजिक समानता की आवश्यकता होती है।
- आर्थिक पहलू: समाज में कोई आर्थिक विषमता नहीं होनी चाहिए।
निष्कर्ष
इस अध्याय ने हमें यह समझने में मदद की है कि लोकतंत्र और विविधता एक-दूसरे से कैसे जुड़े हुए हैं। विविधता समाज में विभिन्न पहचान और समुदायों के बीच सामंजस्य या टकराव पैदा कर सकती है, जिससे लोकतंत्र पर प्रभाव पड़ता है। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी समुदायों के अधिकारों का सम्मान हो और समाज में एकता बनी रहे। इस तरह, हम एक समृद्ध और सहिष्णु समाज की ओर अग्रसर हो सकते हैं।