अनेक शब्दों के लिए एक शब्द खोरठा व्याकरण
जिसे खाने से बीमारी बढ़े – बातर
जो बुद्धि से काफी मंद हो – धेन्धा
जो खाने में काफी लालची हो – छोछरा/छोछरी
जो कोई काम ढंग से नहीं करता – बेलूराहा
घर के आसपास की जगह – डिंड़ा
जो लोगों को हंसाता रिझाता हो – लाबार
जो खेती-बाड़ी के काम में मजदूरी पर लगाया गया हो – मुनीस
जो व्यक्ति बीमारी से काफी दुर्बल हो गया हो – गजल
जो व्यक्ति काम किए बिना केवल खाना जानता हो – पेटमधुवा
जो व्यक्ति ओछा काम करने में संकोच नहीं करता – छेछर
जो व्यक्ति तरह-तरह के शौक रखता हो – सोखिन
जो कम बोलता हो – गुमनमुहा
जो ज्यादा बोलता हो – भजभजिया
जो काफी झूठ बोलता हो – पेंदर
जो व्यक्ति काफी प्रसिद्ध हो – नावँजइजका
जो अनाज काम करने के बदले दिया जाता हो – कुरई
जो शादी लगाने में मध्यस्थता करता हो – अगुवा
जो व्यक्ति फिजूलखर्ची कर कंगाली में रहता हो – हायभथुआ
जो ढोल-ढाक बजाता हो – बजनिया
जो भोज में खाना बनाता हो – भनसिया
जो दूसरे का उपार्जन खाता हो – परखाउका
जो स्त्री किसी पर्व में उपवास की हो – परबइति
जिस युवक/युवती की अभी शादी नहीं हुई है – थूबड़ा / थूबड़ी
जिस बच्चे के माँ-बाप जीवित न हो – टुवर
जो व्यक्ति जंगली गाँव में रहता हो – बोनतुरिया
जो व्यक्ति रस्ता भटक गया हो – बोउंड़ाइल
जो व्यक्ति काफी गरीब हो – दलीदर
जो किसी बात को गोपनीय नहीं रख सकता – फदराहा/फदराही
जो दूसरी बार शादी कर रहा हो – दोज बोरा
जो घर से बहुत कम निकलता हो – घरघुसड़ा
जो बात-बात पर बहुत डरता हो – डरपोकना
जो छुवाछूत की भावना रखे और काफी सफाई पसंद हो – नेमइनी/नेमइना
जो बच्चा अभी पैदा हुआ हो – आल छउआ
जो लड़की दो भाइयों के बाद पैदा हुई है – तेतरी
जो खिलाड़ी दोनों पक्षों से खेलता हो – लुडुफुटका
जो किसी काम को बढ़िया ढंग से कर लेती हो – लूइरगर
जो किसी बात को आसानी से समझ जाता हो – बुझनगर
जो कभी पहले खाया-पीया देखा न हो – आदेखलाहा
जिसके सिर के बाल उड़ गए हो – चेंदला/चेंदरा
जो बात छुपकर कही गई हो – पोसोगपती
जिसके सिर के बाल छिल दिए गए हो – मुंड़रा / मुड़ला
जो हर बात को पहले से ही जानता हो – अगमजानी
जो आकार प्रकार में उपयुक्त हो – ढबगर
जो किसी कार्य का सूत्र ना हो – उलाईबांड़ी
जो मेहनत से जी चुराता हो – सवांगसंचा
जिसको धीरज ना हो – अधारजीवाहा/ही
जो मूर्खतापूर्ण कार्य करता हो – गाड़र
जो समझदारी में काफी कमजोर हो – बोका
जिसे सामान्य विवेक नहीं – लेका
जो व्यक्ति दूसरे की बुद्धि से चलता हो – परबुधिया
जो व्यक्ति/प्राणी बोल नहीं सकता – निमुहिया
जो व्यक्ति सुन नहीं सकता – बइहरा
जो बाएं हाथ से काम करता हो – चेटरा/लेंगड़ा
जो रहते हुए भी अनावश्यक खर्च नहीं करता हो – चाँय, चिटा, चीपास
जो प्रतिक्रिया हीन रहता हो – हेंजोमोरा
जो ऊपर से शांत पर अंदर से बदमाश हो – भीतरगढ़इया
विवाहित महिला का पैतृक गाँव से संबंध – सवासिन
जिस युवक की शादी अभी नहीं हुई हो – थुभड़ा
जिस युवती की शादी अभी नहीं हुई हो – थुभड़ी
जो भोजन सुबह किया जाए – भींजाचार
जो भोजन दोपहर को किया जाए – कलवा
जो भोजन रात को किया जाए – बिआरी
जो गाय अभी दूध देती हो – लाघइर
जो स्त्री दुल्हन की पहली विदाई के समय आती है – लोगदिन
जो पुरुष दूल्हे के साथ उसके ससुराल जाता हो – लोगदा
जो स्त्री पति द्वारा छोड़ दी गई हो – छाड़ी
जो काफी घूस रिश्वत खाता हो – घाखुर, खाखुर
जो स्त्री गर्भवती हो – आसाबती
जो लड़का काफी सरारत करता हो – इलचिहा
जो स्त्री माँ नहीं बन पा रही – बांझी/बहली
जो दूसरे से ईर्ष्या करता/करती हो – डाही, परजरू
जिस स्त्री का पति अभी जीवित हो – अहिआती
जो काम में आलस्य दिखता हो – कोर्ही/कोर्हिया
जो काफी उत्साह से भरा हो – हुइबगर
जो खाने के लिए काफी लालायित रहता हो – खखाइल
जो काफी चेतनशील हो – चेठगर
जो व्यक्ति मरणासन्न हो गया हो – थकल
जो हमेशा हंसी-ठठा करता है – लेभरा
जो स्त्री करम पर्व में व्रत रखी हो – करमइती